India’s first elevated Urban Expressway:- भारत का पहला एलिवेटेड अर्बन एक्सप्रेसवे जल्द बनकर तैयार हो जाएगा। वही केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि 8662 करोड़ के द्वारका एक्सप्रेसवे का निर्माण कार्य 15 अगस्त 2022 से पहले पूरा हो जाएगा।
देश के इस पहले अर्बन एक्स्प्रेस वे का निर्माण देश की राजधानी दिल्ली और हरियाणा के गुरुग्राम बीच हो रहा है। तो आइए इस महत्वपूर्ण परियोजना के बारे मे विस्तार से जानते है।
India’s first elevated Urban Expressway
आइए पहले समझते है की इसकी जरूरत क्यू पड़ी ? वर्तमान मे राष्ट्रीय राजमार्ग-8 (NH-8) का दिल्ली-गुरुग्राम खंड रोजाना तकरीबन तीन लाख से अधिक यात्री कार इकाइयों का यातायात संभाल रहा है। जो इस 8-लेन के राजमार्ग की डिजाइन क्षमता से बहुत अधिक है, जिसकी वजह से सड़क पर गंभीर भीड़ हो रही है।
वर्तमान परियोजना (एलिवेटेड अर्बन एक्सप्रेसवे) के निर्माण के साथ ही राष्ट्रीय राजमार्ग -8 पर 50 से 60 प्रतिशत यातायात कम हो जाएगा। इसके साथ ही केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने बताया की यह परियोजना लगभग 50,000 प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रोजगार के अवसर भी प्रदान करेगी।
भारत का पहला एलिवेटेड अर्बन एक्सप्रेसवे की खसियते
- यह भारत में बनने वाला पहला एलिवेटेड अर्बन एक्सप्रेसवे है।
- इस अर्बन एक्सप्रेसवे की मदद से दिल्ली एनसीआर क्षेत्र में प्रदूषण में भी काफी कमी आएगी।
- एलिवेटेड अर्बन एक्सप्रेसवे मौजूदा यातायात के भार का लगभग 50-60% हिस्सा अपने तरफ मोड लेगा और राष्ट्रीय राजमार्ग 8 सुचारू रूप से चल सकेगा।
- इस परियोजना से 50,000 से अधिक प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रोजगार के अवसरों के साथ अधिक से अधिक रोजगार के अवसर पैदा होंगे।
- परियोजना मे सड़कों को 4 स्तरों में बनाया जाएगा जिसमें शामिल है ग्रेड रोड पर सुरंग, फ्लाईओवर, और इसके साथ ही फ्लाईओवर के ऊपर एक फ्लाईओवर शामिल होगा।
- इस परियोजना में भारत की पहली 9 किमी लंबी 8-लेन फ्लाईओवर के साथ 6-लेन सर्विस सड़कों का भी निर्माण किया जाएगा। इसकी चौड़ाई 34-मीटर होगी और इस फ्लाइओवर को सिंगल खंबे पर बनाया जाएगा।
- इसमे 22 लेन वाले टोल प्लाजा के साथ पूरी तरह से स्वचालित टोलिंग सिस्टम होगा।
- यह समूचा प्रोजेक्ट इंटेलिजेंट ट्रांसपोर्टेशन सिस्टम (ITS) से लैस होगा।
- परियोजना में स्टील की कुल अनुमानित खपत दो लाख मीट्रिक टन है, जो एफिल टॉवर से 30 गुना अधिक है।
- इस परियोजना मे कंक्रीट की कुल अनुमानित खपत 20 लाख क्यूबिक मिटर है जो की बुर्ज खलीफा इमारत की छह गुना है।
- इसे भारत माला पारियोजन के अंतर्गत बनाया जा रहा है.
भारत माला परियोजना क्या है
भारतमाला एक राष्ट्रीय राजमार्ग विकास परियोजना हैं। इसके तहत नए राजमार्ग के अलावा उन परियोजनाओं को भी पूरा किया जाएगा तो अब तक अधूरे हैं। यह परियोजना पूरे देश में माल और यात्री आवाजाही की सुगमता पर केंद्रित है। इसमें सीमा और अंतर्राष्ट्रीय संयोजकता वाले विकास परियोजना को शामिल किया गया।
बंदरगाहों और सड़क, राष्ट्रीय गलियारों (नेशनल कॉरिडोर्स) को ज्यादा बेहतर बनाना और राष्ट्रीय गलियारों को विकसित करना भी इस परियोजना में शामिल है। इसके साथ ही पिछडे इलाकों, धार्मिक और पर्यटक स्थल को जोड़ने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग बनाना भी प्रस्तावित है।
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