Dhubri-Phulbari Bridge | Longest Bridge in India

Dhubri-Phulbari Bridge :- भारत का सबसे लंबा पूल कहाँ है ? और उसका नाम क्या है ? इन दोनों सवालो का जवाब वर्तमान में है Dhola–Sadiya Bridge या भूपेन हजारिका पूल जो असम में स्थित है, और उसकी कुल लंबाई 9.15 km है।

मगर भविष्य में इस पूल से इसका ताज छिनने वाला है। निकट भविष्य मे भारत का सबसे लंबा पूल होगा Dhubri-Phulbari Bridge जिसकी कुल लंबाई होगी 19 KM और ये पूल भी असम मे बनने जा रहा है। और ये पूल असम और मेघालय के बीच बनने वाला है। तो आइए जानते है इस महासेतु के बारे विस्तार से।

कहाँ बनने वाला है Dhubri-Phulbari Bridge

जैसा की हमने ऊपर बताया की ये पूल पूर्व उत्तर भारत मे असम और मेघालय के बीच बनने वाला है। यह चार लेन का पूल ब्रह्मपुत्र नदी पर बनने जा रहा है। और इस पूल के माध्यम से असम मे पड़ने वाले धुबरी (उत्तर तठ पर स्थित) और मेघालय मे स्थित फुलबारी (दक्षिण तठ) आपस मे जुड़ जाएंगे।

यह असम में धुबरी को मेघालय के फूलबाड़ी, तुरा, रोंग्राम और रोंगजेंग से जोड़ेगा। यह नया पुल NH127B के अधूरे लिंक को पूरा करेगा।

अभी कैसे काम चल रहा है

वर्तमान मे इन दोनों क्षेत्रों की रोड के माध्यम से आपस मे दूरी है तकरीबन 200 KM जो इस महा सेतु के बनने के बाद मात्र 19 KM रह जाएगी। आप सोच सकते है इस पूल से उस क्षेत्र मे संपर्क कितना आसान हो जाएगा।

अभी इन दोनों जगहों को आपस मे जोड़ने के लिए छोटी नाव चलती है। जो इस नदी को पार करने मे तकरीबन ढाई घंटा लगा देती है। सरकारी अधिकारियों  के अनुसार इस पूल के बन जाने के बाद इसी दूरी को 15-20 मिनट मे पूरा किया जा सकेगा।

प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी

प्रस्तावित पूल की आधार शीला भारत के प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने विडिओ कॉनफेरिन्किनग के माध्यम से 18 फरवरी 2021 को रखी। सब कुछ सही रहा तो इस महासेतु का निर्माण कार्य वर्ष 2027-28 तक पूरा कर लिया जाएगा।

Dhubri – Phulbari Bridge बनाने मे कितना खर्च आने वाला है

इस महा सेतु के निर्माण मे कुल खर्च आने वाला है 5000 करोड़। इसके निर्माण के लिए आर्थिक सहायता प्रदान कर रहा है Japan International Cooperation Agency जो की जापान की एक सरकारी एजेंसी है। और इनका interest रेट काफी कम होता है, और यह कर्ज काफी लंबे अवधि मे चुकाने का विकल्प देते है।

आगे बढ़ने से पहले हम JICA  के बारे मे थोड़ी जानकारी ले लेते है। मूलयतः यह जापान सरकार के अधीन आने वाली संस्था है। जो विकासशील देशों मे ढ़ाचा गत संरचनाए बनाने मे मदद देती है। ये संस्था जापान सरकार के ODA (Official Development Assistance) के अंतर्गत अधिकतम सहायता देने वाली जापानी संस्था है।

वर्तमान मे JICA पूरे दक्षिण एशिया मे अनेकों प्रोजेक्ट्स की हिस्सा है। और अगर हम बात भारत की करे तो इस संस्था की तकरीबन 200 विभिन प्रोजेक्ट्स समूचे भारत मे चल रही है।

क्यू जरूरत पड़ी Dhubri – Phulbari Bridge की

इस पूल की जरूरत महसूस सं 2012 के अप्रैल महीने मे हुई। दर्शल उस समय एक नाव जिसमे 305 यात्री सवार थे वो ब्रह्मपुत्र नदी मे डूब गई थी। उस समय इस घटना ने दुनिया भर का ध्यान अपने तरफ खिचा था। चुकी इस घटना मे जान माल का काफी नुकसान हुआ था। और तकरीबन 103 लोगों की जान चली गई थी।

उसी समय से यहा एक पूल बनाने की योजना पर मंथन चल रहा था जो अब जाके पूरा होते दिख रहा है।

किसे फायदा होगा Dhubri – Phulbari Bridge से

इस पूल के बन जाने से असम से मेघालय सीधे जुड़ जाएगा और असम तथा बंगाल मे जो भी आर्थिक प्रगति हो रही है, वो भी इसका हिस्सा बन जाएगा। यात्रा तो सुगम होगी ही दोनों क्षेत्रों के लोगों का।

इसके साथ ही हमारा पड़ोसी भूटान इस महासेतु के माध्यम से बंगलादेश तक आसानी से पहुच सकता है। और इस क्षेत्र मे पर्यटन उधयोग को भी काफी लाभ होने वाला है।

तो उम्मीद है दोस्तों  Longest Bridge in India के बारे हमने सारी जानकारी आपको देदी होगी। फिर भी कोई सवाल हो तो कमेन्ट करके जरूर बताए।

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