Nepal Ki Rajdhani : यहाँ हम नेपाल की राजधानी के बारे मे चर्चा करेंगे। कैसे नेपाल की राजधानी इतना बड़ा पर्यटन स्थल बना। इसकी आधिकारिक मुद्रा क्या है। यहाँ पर प्रमुख घूमने योग्य स्थल कितने है ?
इन सारे प्रशनों के उत्तर हम नीचे के पैराग्राफ मे विस्तार से जानेंगे। इसके साथ ही हम कुछ बेसिक सवालों के जवाब भी जानेंगे। जैसे की यहाँ की जनसंख्या, क्षेत्रफल, शिक्षा दर, प्रति व्यक्ति आय इत्यादि। आइए अपने मूल प्रश्न Nepal Ki Rajdhani पर लौटते है।
Nepal Ki Rajdhani | नेपाल की राजधानी क्या है ?
हिमालय की गोद मे बसा हुआ खूबसूरत देश नेपाल की राजधानी काठमांडू है। जिसे कान्तिपुर के नाम से भी बुलाया जाता है। काठमांडू चारों तरफ से पहाड़ों से घिरा हुआ है। यह शहर पूरे नेपाल मे सबसे अधिक पर्यटक आकर्षित करता है। यह शहर लगभग 665 वर्ग KM मे फैला हुआ है। इसकी समुन्द्र तल से ऊंचाई 1,324 मिटर है।
काठमांडू मे एक नहीं बल्कि कई यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल है। ऐसा माना जात है की इस शहर की स्थापना गुणकामदेव द्वारा सन् 723 ई० मे की गई। इस शहर को मंदिरों का शहर भी कहा जाता है।
काठमांडू शहर का नामकरण
इस शहर को पहले मंजु पाटन के नाम से जाना जाता था। इस शहर का नाम एक मंदिर के नाम पर पड़ा। जिसे राजा लक्ष्मीना सिंह ने सन् 1596 मे बनवाया था। इस मंदिर को सिर्फ एक पेड़ की लकड़ी से बनवाया गया था।
काठमांडू शहर के नाम का अर्थ लकड़ी का मंदिर होता है। क्यू की काठ का मतलब लकड़ी होता है। अभी भी यह इमारत शहर के बीचों बीच स्थित है। जिसे मूलतः साधुओ के ठहरने के लिए बनाया गया था।
गोरखा राजा पृथ्वी नारायण शाह ने सन् 1768 में मल्ल गणराज्य को खत्म कर गोर्खाली नेपाल राज्य की स्थापना की। काठमांडू शहर सन् 1768 से 2008 तक गोर्खा समाज के शाह परिवार के शासन का केंद्र रहा। सन् 2008 मे लोकतंत्र के स्थापना के बाद सालों से चली आ रही राजशाही का अंत हुआ।
नेपाल की राजधानी काठमांडू के प्रमुख दर्शनीय स्थल
जैसा की हमने आपको ऊपर बताया की काठमांडू को मंदिरों का शहर भी कहा जाता है। यहाँ पर अनेकों मंदिर है जो की काफी प्रसिद्ध है। आइए कुछ प्रमुख मंदिरों के बारे मे जानते है।
पशुपतिनाथ मंदिर
यह नेपाल का सबसे प्रमुख मंदिर है, जो भगवान शिव को समर्पित है। यह मंदिर बागमती नदी के दोनों किनारों पर बना हुआ है। इस मंदिर का निर्माण 5 वी शताब्दी मे कराया गया था। जिसका बाद मे मल्ल राज के दौरान जीनोद्धार कराया गया।
पशुपतिनाथ मंदिर काठमांडू से 3 km उत्तर पश्चिम मे बागमती नदी के किनारे स्थित है। यह प्रमुख हिन्दू मंदिर पगोडा शैली मे बना हुआ है। यहाँ भी वारणशी की तरह बागमती नदी के किनारे हिंदुओं का दाह संस्कार किया जाता है।
मंदिर परिसर मे सैकड़ों छोटे बड़े शिव लिंग मौजूद हैं। यहाँ से कुछ दूरी पर बागमती नदी के किनारे स्थित गुहेश्वरी मदिर है। यह मंदिर माता सती को समर्पित है, जिन्होंने अपने पिता राजा दक्ष प्रजापति के हवन कुंड मे समा कर अपने प्राण त्यागे थे।
यहाँ पर बागमती नदी के किनारे की जाने वाली आरती भी बनारस के आरती की तरह काफी मशहूर है।
जीवित देवी कुमारी मंदिर
इस मंदिर मे एक जीवित कुमारी लड़की की पूजा होती है। काठमांडू के दरबार स्क्वेर इलाके मे यह मंदिर कुमारी घर मे स्थित है। इस मंदिर के लिए एक दोष मुक्त युवा नेवार लड़की को चुना जाता है। जो देवी तालेजू के अवतार के रूप में देवी कुमारी का प्रतिनिधित्व करती है।
ऐसा माना जाता है की मल्ल राजा जय प्रकाश ने शराब के नशे में, मानव रूप में मौजूद देवी तालेजू के साथ दुर्व्यवहार किया था। इसे देवी नाराज हुई, और राजा को शपथ लेने का आदेश दिया कि वह एक कुंवारी लड़की का चयन करे। और उसकी पूजा करे, जिसके भीतर वो देवी वास करेंगी, यह परंपरा आज भी जारी है।
स्वयंभूनाथ स्तूप
यह स्तूप काठमांडू शहर से 3 किमी पश्चिम में एक पहाड़ी पर स्थित है। स्वयंभू नेपाल के सबसे पवित्र बौद्ध स्तूपों में से एक है। ऐसा कहा जाता है की, २,००० साल पहले यह स्तूप अपने आप ही बन गया था, जब एक पुराने झील से इस घाटी का निर्माण हुआ था।
चुकी यह ऊंचाई पर स्थित है, यहाँ से घाटी के काफी हिस्से को देखा जा सकता है। स्वयंभू का मतलब ही होता है, जो स्वयं से बना हो। काल्नतर मे १३वीं शताब्दी मे इसे राजा मनदेव द्वारा विकसित और बनवाया गया था।
नेपाल की मुद्रा
नेपाल की आधिकारिक मुद्रा का नाम नेपाली रुपया है। जिसका आधिकारिक कोड ISO 4217 NPR है। नेपाली मुद्रा पर देवनागरी लिपि मे लिखाई होती है।
पुराने समय मे भारत की तरह ही नेपाल मे भी सोने और चांदी के सिक्के हुआ करते थे। जिन्हे मोहर कहा जाता था, और सिक्कों पर गुरु गोरखनाथ का नाम और उनके पादुका का चिन्ह हुआ करता था।
वर्तमान मे नेपाली रुपया का चिन्ह रू है। इसकी भारतीय रुपये से वर्तमान (अप्रैल 2024) मे एक्सचेंज मूल्य 1 भारतीय रुपया = 0.62 नेपाली रुपया है। नेपाल मे रुपए की छपाई नेपाल राष्ट्र बैंक करता है।
नेपाल के प्रधानमंत्री
नेपाल के वर्तमान प्रधानमंत्री का नाम पुष्पा कमल दहल है। इनसे पहले नेपाल के प्रधानमंत्री शेर बहादुर देउबा थे। नेपाल मे सबसे अधिक समय के लिए प्रधानमंत्री लोकेंद्र बहादुर चंद्र थे। ये राजशाही के समय नेपाल के प्रधानमंत्री थे।
अब हम आपको नेपाल मे लोकतंत्र के स्थापना के बाद से प्रधानमंत्री की सूची देंगे। चुकी नेपाल मे लोकतंत्र की स्थापना सन् 2008 में हुआ था। तो हम 2008 से 2021 के बीच के प्रधानमंत्री की सूची नीचे दे रहे हैं।
क्रम सं | वर्ष | नेपाल के प्रधान मंत्री |
1 | Dec 2022- Till Now | Pushpa Kamal Dahal |
2 | July 2021- Dec 2022 | Sher Bahadur Deuba |
3 | 2018–2021 | KP Sharma Oli |
4 | 2015–2016 | KP Sharma Oli |
5 | 2013–2014 | Khil Raj Regmi |
6 | 2011–2013 | Baburam Bhattarai |
7 | 2011 | Jhala Nath Khanal |
8 | 2009–2011 | Madhav Kumar Nepal |
9 | 2008–2009 | Pushpa Kamal Dahal Prachand |
नेपाल से जुड़ी Facts
इस देश का कुल क्षेत्रफल 1,47,516 वर्ग KM है। Worldometer वेबसाईट के हिसाब से यहाँ की वर्तमान (अप्रैल 2024) जनसंख्या 3,11,77,548 है।
यहाँ की जनसंख्या मे 81% से ज्यादा हिन्दू धर्म को मानने वाले है। वर्तमान मे नेपाल मे शिक्षा दर लगभग 67.9% है। नेपाल मे प्रति व्यक्ति आय सन् 2020 के हिसाब से 85,000 भारतीय रुपया था।
उम्मीद है आपको Nepal Ki Rajdhani और नेपाल से जुड़ी सभी जरूरी जानकारी मिल गई होगी। और जानकारी पसंद आई हो तो अपने दोस्तों के साथ भी share करे।
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