Japan Ki Rajdhani | जापान की राजधानी क्या है

Japan Ki Rajdhani : हैलो दोस्तों आज का हमारा टॉपिक है जापान की राजधानी। हम इसके बारे मे जानेंगे और इसके साथ ही जापान से जुड़ी कुछ अन्य महत्वपूर्ण चीजों को भी समझेंगे।

आज हमारा फोकस तो मूल विषय पर ही रहेगा मगर उसके साथ ही निम्न विषयों पर भी हम ज्ञान का प्रकाश डालेंगे। जैसे की टोक्यो शहर का पुराना नाम क्या है, जापान की जनसंख्या कितनी है, जापानी भाषा और जापान के प्रधानमंत्री।

तो चलिए शुरू करते है आज का विषय Japan Ki Rajdhani क्या है ?

Japan Ki Rajdhani क्या है

जापान की वर्तमान राजधानी का नाम टोक्यो (Tokyo) है। अब आइए इससे संबंधित कुछ और महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त करते है। ये जानकारी प्रतियोगि परीक्षाओ की तैयारी मे काफी उपयोगी साबित होंगे।

Tokyo Tower, Tokyo

जापान एशिया महाद्वीप मे स्थित एक देश है जो की भारत से पूरब की तरफ पड़ता है। जापान एक द्वीप देश है। यह देश चारों तरफ से समुंद से घिरा हुआ है। जापान 6,852 द्वीप समूहों से बना हुआ एक देश है। यह द्वीप समूह कुल 3,77,975 वर्ग किलोमीटर मे फैला हुआ है।

आइए दोस्तों नीचे के पैराग्राफ मे टोक्यो शहर का संक्षिप्त इतिहास जान लेते है।

  • 1 बोनस जानकारी पिछला ओलिम्पिक (Tokyo 2020) खेल जो की सन् 2021 मे संपन हुए वह भी टोक्यो शहर मे ही हुआ था।

टोक्यो शहर का पुराना नाम क्या है

जी हाँ दोस्तों आज का टोक्यो पहले किसी और नाम से जाना जाता था। उस समय इसका नाम Edo (ईदो) था। टोक्यो शहर का इतिहास लगभग 400 साल पुराना है। दरअसल सन् 1603 मे तोकुगावा शोगुनेट की स्थापना के बाद शहर का विधिवत विकास शुरू हुआ।

तोकुगावा शोगुनेट क्या है

ऊपर पूछे गए सवाल का जवाब कुछ इस प्रकार है। टोकुगावा शोगुनेट को ईदो शोगुनेट के रूप में भी जाना जाता है। यह ईदो काल के दौरान जापान की सामंती सैन्य सरकार थी।

तोकुगावा इयासु
तोकुगावा इयासु (Pic Credit : Nippon.Com)

तोकुगावा इयासु ने तोकुगावा शोगुनेट की स्थापना की थी। दोस्तों नाम थोड़ा tough है भारतीय स्टूडेंट्स के लिए। मगर पता नहीं शायद किसी परीक्षा मे पूछा जा सकता है, इसलिए आप याद कर लेंगे तो बेहतर होगा।

आसान भाषा मे तोकुगावा इयासु एक शासक था जिसने तोकुगावा शोगुनेट राज या सल्तनत की स्थापना की थी।

जापान मे अठारहवीं शताब्दी के मध्य तक ईदो राजनीति और संस्कृति का केंद्र बन चुका था। वहा पर लगभग 10 लाख की बसी हुई आबादी थी। इसके साथ ही ईदो एक बड़े विकसित शहर के रूप मे स्थापित हो गया था।

मगर जापान के सम्राट क्योटो (Kyoto) मे रहा करते थे, और वही से राज चलाते थे। क्यू की तब तक जापान की औपचारिक राजधानी क्योटो हुआ करती थी।

ईदो काल 1868 में मीजी बहाली तक लगभग 260 वर्षों तक चला। इसके साथ ही टोकुगावा शोगुनेट समाप्त हो गया। और ईदो मे भी शाही शासन बहाल हो गया।

इसके साथ ही जापान के सम्राट क्योटो से ईदो चले गए। और ईदो का नाम बदलकर टोक्यो कर दिया गया। इस प्रकार, टोक्यो Japan Ki Rajdhani बन गया।

जापान की जनसंख्या कितनी है

जापान दुनिया का ग्यारहवां सबसे अधिक आबादी वाला देश है। इसके साथ ही यह देश सबसे घनी आबादी वाले और शहरी आबादी वाले देशों में से एक है। जापान का लगभग तीन-चौथाई भूभाग पहाड़ी क्षेत्र से ढका हुआ है।

जो की एक पतले से समतल भूभाग पर रहती है। क्यू की हमने ऊपर बताया था की इस देश की तीन-चौथाई भूभाग पहाड़ी क्षेत्र से ढका हुआ है। जापान की कुल जनसंख्या लगभग 12.60 करोड़ है।

जापान के अंदर ग्रेटर टोक्यो क्षेत्र 3.74 करोड़ से अधिक निवासियों के साथ दुनिया का सबसे अधिक आबादी वाला महानगरीय क्षेत्र है।

जापान के प्रधानमंत्री

मौजूद समय मे जापान के प्रधानमंत्री Fumio Kishida है। जो की 04 अक्तूबर 2021 से जापान के प्रधानमंत्री है।

जापान के पूर्व PM Shinzo Abe जापान के सबसे लम्बे समय तक शासन करने वाले प्रधान मंत्री थे। जिन्होंने जापान की सत्ता सन् 2012 से लेकर सन् 2020 तक सफलता पूर्वक सम्भाली। भारत और जापान के संबंधों को नई उचाई पर पहुचाने का श्रेय भी उनको ही जाता है।

हाल ही मे 08 जुलाई 2022 को दिन दहाड़े एक जापानी युवक द्वारा पूर्व प्रधानमंत्री Shinzo Abe की गोली मारकर हत्या कर दी गई। जिसे पूरी दुनिया मे एक शोक की लहर दौड़ गई थी। भारत मे भी जापान के पूर्व प्रधानमंत्री के सम्मान मे एक दिन के राष्ट्रीय शोक की घोषणा की गई थी।

प्रधानमंत्री Fumio Kishida पूर्व प्रधानमंत्री Shinzo Abe के आखरी मंत्रालय मे विदेश मंत्री के पद पर थे। उन्होंने ये पद सन् 2012-17 के बीच सम्भाली थी।

जापानी भाषा

जापानी भाषा, जापान देश की मुख्य एवं राजभाषा भी है। द्वितीय महायुद्ध से पहले कोरिया, ताइवान और साख़ालिन में भी जापानी बोली जाती थी।

इस जापानी भाषा में तीन लिपियाँ होती हैं – हिरागाना, काताकाना और कान्जि।

हिरागाना और काताकाना ध्वनि लिपियाँ हैं। जिनमें हर अक्षर का उपयोग एक ध्वनि के लिए होता है। जबकि कान्जि चित्र लिपि है। जिसमें हर अक्षर का उपयोग एक अर्थ बताने के लिए होता है।

हमे उम्मीद है आपको Japan Ki Rajdhani के बारे मे सभी जरूरी जानकारी मिल गई होगी। फिर भी कोई सवाल हो तो कमेन्ट करके पुछ सकते है।

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