Sonam Wangchuk कौन है: सोनम वांगचुक किसी पहचान के मुहताज नहीं है। इन्होंने अपने हुनर का लोहा बारम्बार मनवाया है। इन्होंने लदाक जैसी ठंडी जगहों को ध्यान मे रखते हुए काफी सारे खोज कीये हुए है।
इनके नाम अनेकों पेटेंट रेजिस्टर्ड है। इनकी प्रमुख खोजों मे देखे तो Ice Stupa, Solar Heated Tent सेना के लिए, Solar Heated House इत्यादि।
ऊपर बताए गए तमाम खोज बिना पृथ्वी को नुकसान पहुचाए, और जीवाश्म इंधन के बगैर अपना काम करते है। और जाहीर तौर पर इन खोजों के मदद से काही न कही सोनम प्रयावर्ण संरक्षण मे अपना महत्वपूर्ण योगदान दे रहे है।
आज हम आपको उनके अनोखे स्कूल के साथ ही उनकी सालाना कमाई, उन्होंने कितनी पढ़ाई की है और उनके अनोखे अविस्कार बर्फ स्तूप के बारे जानकारी देंगे।
Sonam Wangchuk कौन है
सोनम वांगचुक का जन्म 1 सितंबर 1966 को तात्कालिक जम्मू कश्मीर राज्य के लदाक क्षेत्र मे हुआ था।
हम आपको बताते चले की 05 अगस्त 2019 को धारा 370 हटने के बाद जम्मू कश्मीर अब राज्य नहीं बल्कि जम्मू कश्मीर और लदाक नामक दो अलग अलग केंद्र शाषीत प्रदेश बन गए है।
सोनम अपने जीवन के प्रारम्भिक 9 वर्षों तक स्कूल नहीं गए, इन्हे Basic शिक्षा इनकी माता जी से ही प्राप्त हुआ वो भी खुद के घर पर अपनी मातृ भाषा मे।
Sonam Wangchuk Education
इनके पिता सोनम व्यंग्याल राजनीति मे थे और बाद मे राज्य सरकार मे मंत्री भी बने। चुकी राज्य की राजधानी श्रीनगर थी, तो सोनम व्यंग्याल भी श्रीनगर मे ही रहा करते थे।
9 वर्ष की आयु मे इन्हे श्रीनगर ले जाया गया और इनका दाखिला एक स्कूल मे कराया गया। किन्तु ये श्रीनगर मे बाकी कश्मीरी बच्चों से अलग दिखते थे और पढ़ाई की भाषा भी इनके समझ मे नहीं आती थी।
पढ़ाई हुई चीजों का ना समझने के कारण इन्हे बुद्धू तक समझ जाने लगा था।
मगर सच मे ऐसा नहीं था बाद मे उन्होंने Mechanical Engineering मे National Institute of Technology, Srinagar से B.Tech किया। सं 2011 मे सोनम वांगचुक Earthen Architecture मे उच्ची शिक्षा हासिल करने के इरादे से Craterre School of Architecture, France चले गए और दो साल तक वहा पढ़ाई की।
Sonam Wangchuk School
ऊपर बताए गए हालातों से भरी भाली परिचित सोनम और उनके कुछ साथियों ने मिल के सं 1988 मे लदाक के अंदर लेह के पास ऐसे ही बच्चों के लिए एक अनोखे स्कूल की स्थापना की।
इस स्कूल का नाम Students’ Educational and Cultural Movement of Ladakh (SECMOL) है, और सोनम वांगचुक इसके संस्थापक निदेशक थे।
यह स्कूल उन लोगों की दिमाग की उपज है जिन्हें लगता था कि शिक्षा प्रणाली में बड़े बदलाव की जरूरत है। कई वर्षों के लिए, SECMOL ने सरकारी स्कूल प्रणाली को सुधारने पर काम किया।
कुछ समय बाद SECMOL परिसर एक इको-गाँव के रूप में विकसित हुआ। जहाँ छात्र, कर्मचारी और स्वयंसेवक एक साथ रहते, काम करते और सीखते हैं। यह एक पारंपरिक विद्यालय नहीं है, बल्कि व्यावहारिक, पर्यावरणीय, सामाजिक और पारंपरिक ज्ञान के साथ मूल्यों और प्रतिभाओ को आगे बढ़ाने का स्थान है।
यह विद्यालय पूरी तरह से सौर ऊर्जा से संचालित होता है, यहाँ तक कि इस भवन को गरम रखने के लिए भी सौर उर्जा ही खर्च होती है। यहाँ पर छात्र आधुनिक शैक्षणिक ज्ञान के साथ प्राचीन लद्दाखी गीत, नृत्य और इतिहास सीखते हैं, खास बात ये है कि यहाँ पर छात्र ही मुख्य रूप से परिसर का प्रबंधन, संचालन और रखरखाव करते हैं।
SECMOL लद्दाख में बड़े हो रहे युवा लद्दाखियों और अन्य लोगों में ज्ञान, कौशल, एवं आत्मविश्वास को पैदा करने का प्रयास करता है, विशेष रूप से ग्रामीण या वंचित पृष्ठभूमि से आने वाले छात्रों को। क्यू की यही युवा कल के उज्ज्वल भविष्य निर्माण का निर्माण करते हैं।
Sonam Wangchuk Inventions List
सोनम वांगचुक के कुछ प्रमुख Inventions की बात करे तो सबसे पहले आता है Ice Stupa, इसके अलावा इन्होंने एक ऐसे अनोखे स्कूल बनाया है जो ऐसे बच्चों को शिक्षा देता है जो पारंपरिक शिक्षा व्यवस्था मे fail घोसीत कर दिए जाते है। और सोनम उन बच्चों को अपने स्कूल मे पढ़ा कर एक मेधावी नागरिक बना देते है।
उन्होंने लदाक जैसे ठंडे इलाके के लिए ऐसे घर का निर्माण किया है जिसे वह भयंकर सर्दी मे भी गरम बना रहता है। और आश्चर्य की बात ये है की इस ताप को बनाए रखने के लिए किसी भी तरह का जीवाश्म इंधन का प्रोयोग नहीं होता।
बल्कि इसमे उपयोग होती है सौर ऊर्जा जो की किसी भी तरह का परदूषण नहीं करती।
अभी फरवरी 2021 मे उन्होंने भारतीय सेना के लिए Solar Heated Tent का निर्माण किया है। भारतीय सेना जो की बहुत ही दुर्गम इलाके मे तैनात रहती है, जहा तापमान माइनस मे होता है।
उनके लिए यह टेंट एक राहत भरी खबर की तरह है। इस टेंट की खास बात ये है की यह काफी हल्का है और साथ ही दूसरे गर्मी देने वाले उपायों के मुकाबले सस्ता भी है।
Sonam Wangchuk Ice Stupa
सोनम वांगचुक के कुछ प्रमुख Inventions की बात करे तो सबसे पहले आता है Ice Stupa, वांगचुक लदाक जैसी ठंडी और बंजर जमीन पर खेती करने के इरादे से उन्होंने Ice Stupa बनाने का तरीका इजात किया।
वांगचुक के इस क्षेत्र में काम करने से पहले अन्य लोग भी काम कर रहे थे। मगर उन्हे मनमाफिक नतीजा नहीं मिला । एक वरिष्ठ इंजीनियर एक कृत्रिम बर्फ के मैदान बनाने के विचार के साथ आए। लेकिन इसमें कुछ समस्याएं थीं, जैसे समय से पहले बर्फ का पिगहल जाना।
इन समस्याओं का समाधान करने के लिए, वांगचुक ने एक सरल विधि के माध्यम से Horizontal क्षेत्र ना बना कर Verticle बर्फ के टॉवर बनाए। और इन्ही बर्फ के टावरों को नाम दे दिया Ice Stupa. बर्फ तो पहले से ही नाम मे था बस Sonam ने Verticle स्ट्रक्चर को धार्मिक आस्ता से जोड़ते हुए Stupa का नाम दे दिया।
बर्फ स्तूप अमूमन सर्दियों के दौरान बनाए जाते हैं, ताकि जब यह वसंत ऋतु मे पिघलने लगे तो इसमें से पानी का इस्तेमाल काफी लंबे अरसे तक किया जा सके।
Sonam Wangchuk Ice Stupa Project कैसे काम करता है
बर्फ स्तूप बनाने के लिए एक पाइप अपस्ट्रीम (उच्चाई वाले क्षेत्र) से डाउनस्ट्रीम (निचले क्षेत्र) में पानी लाता है। जब आप ऐसा करते हैं, तो पाइप में बने दबाव के मदद से पानी एक फव्वारा बन जाता है। और हवा में पानी छिड़कता हैं।
जब लद्दाख मे सर्दियों का मौसम होता है, तब वहा तापमान लगभग -20 डिग्री के करीब होता है। इस तापमान पर पानी का वातावरण मे फव्वारा की तरह गिरते ही पानी जम जाता है, और बर्फ बन जाता है। और धीरे-धीरे, अपने आप एक विशाल Pyramid जैसी संरचना का आकार लेता है।
दरअसल ये सरा विचार सर्दियों में पानी को जमाने और फिर वसंत से गर्मियों तक इस पानी को उपयोग मे लिया जा सके। Conical टॉवर का आकार सुनिश्चित करता है कि सूरज से आने वाली किरने सतह पर कम से कम पड़े।
और इस तरह से इस Stupa को समय से पहले पिघलने से बचा लिया जाता है।
इस सरल लेकिन प्रतिभाशाली आविष्कार के लिए सोनम वांगचुक को रोलेक्स पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है। नीचे दिए गए विडिओ के माध्यम से आप देख सकते है की कैसे Ice स्तूप का निर्माण होता है।
Sonam Wangchuk Net Worth
वेबसाईट The Personage के आंकड़ों की माने तो सोनम वांगचुक का Net Worth 12 Million $ है। जिसे हम आज के हिसाब से भारतीय रुपए मे बदले तो यह तकरीबन 85 करोड़ रुपए होते है।
तो दोस्तों उम्मीद है हमने Sonam Wangchuk कौन है इस सवाल का जवाब दे दिया होगा। फिर भी कोई सवाल या सुझाओ हो तो कमेन्ट बॉक्स मे जरूर बताइए। और हा जानकारी अच्छी लगी हो तो अपने दोस्तों के साथ शेयर करना ना भूले।
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