Langda Aam : भारत मे तकरीबन आम की 1500 किस्मों की खेती की जाती है। दिलचस्प बात यह है की, प्रत्येक आम का एक अनूठा स्वाद और अलग ही जायका होता है। आम को फलों का राजा भी कहा जाता है। शायद इसलिए भारत का राष्ट्रीय फल भी आम है।
अब एक बोनस जानकारी भारत के साथ साथ पाकिस्तान, फिलीपींस में भी आम राष्ट्रीय फल है।
आइए अपने मूल टॉपिक लंगड़ा आम प्रजाति पर चलते है।
Langda Aam
लंगड़ा आम प्रजाति कि उत्पति उत्तर प्रदेश के बनारस मे हुआ है। इसे बनारसी लंगड़ा भी कहा जाता है। लंगड़ा आम मई महीने से लेकर अगस्त महीने तक बाजारों मे मिलता है। इसका रंग हरा होता है। इसकी खासियत ये है की, पक्क जाने के बाद भी यह आम अपना हरा रंग बनाए रखता है।
इस रसदार Langda Aam की खेती काफी राज्यों मे की जाती है। उन्मे से प्रमुख है :- उत्तर प्रदेश, बिहार, गुजरात, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, झारखंड, मध्य प्रदेश, उड़ीसा, पंजाब एवं पश्चिम बंगाल।
वैसे देखा जाए तो यह आम भारत मे हर जगह ही हो जाता है। मगर जो लंगड़ा आम बनारस मे पैदा होता है, उसका एक अपना unique स्वाद है। बाकी आमों से अगर तुलना करे तो, यह आम बहुत मीठा और नरम होता है।
Langda Aam नाम क्यू पड़ा ?
इसके पीछे एक बड़ी ही दिलचस्प कहानी प्रचलित है। बनारस के आस पास लंगड़ा आम को लेकर एक कहानी प्रचलित है। उस कहानी के हिसाब से, 250-300 साल पहले एक लंगड़े व्यक्ति ने आम खाकर उसकी गुठली बो दी। कुछ वर्षों के बाद वह पेड़ बड़ा हुआ और उसमे आम भी लगे।
किस्मत कहिए या संयोग जो आम उस लंगड़े व्यक्ति के पेड़ पर लगे, वे काफी मीठे निकले। धीरे धीरे उस आम की चर्चा सब जगह होने लगी। क्यू की उसका स्वाद और मिठास बिल्कुल अलग था। ऐसा स्वाद और मिठास पहले किसी आम मे नहीं मिला था।
चुकी यह आम इतना मशहूर हो गया की, हर कोई इसकी बाते करने लगा। मगर उसका कोई नाम नहीं था इसलिए उसकी व्याख्या करने मे दिकत महसूस हो रही थी। इस समस्या का हल कुछ यू निकला की, लोगों ने उस आम को उस लंगड़े व्यक्ति के नाम से जोड़कर बोलने लगे।
और इस तरह उस मशहूर आम का नाम लंगड़ा आम पड़ गया। जो उस लंगड़े व्यक्ति ने अपने हाथ से बोया था।
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